गृह मंत्रालय ने परीक्षा देने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के फैसले को मंजूरी दे दी है, सभी विश्वविद्यालयों के लिए अंतिम वर्ष की परीक्षा अनिवार्य है।
गृह मंत्रालय की मंजूरी के साथ जारी हुआ यूजीसी का दिशा-निर्देश 2020: सभी विश्वविद्यालयों को अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं देनी होंगी (फोटो: पीटीआई)
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के दिशा-निर्देश 2020: गृह मंत्रालय (MHA) ने विश्वविद्यालय की परीक्षाओं के संचालन के लिए UGC को अनुमति दी है। गृह मंत्रालय ने केंद्रीय उच्च शिक्षा सचिव को लिखे पत्र में आज विश्वविद्यालयों और संस्थानों द्वारा परीक्षा आयोजित करने की अनुमति दी है।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने नए दिशानिर्देश जारी किए हैं जिसके अनुसार सभी विश्वविद्यालयों को अंतिम अवधि की परीक्षा आयोजित करनी है। इसके अलावा, विश्वविद्यालय और संस्थान अब यूजीसी द्वारा जारी किए गए आदेशों के अनुसार अन्य परीक्षाएं भी आयोजित कर सकते हैं।
इन आदेशों को केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा समर्थित किया गया है। विश्वविद्यालयों द्वारा अकादमिक कैलेंडर के अनुसार और मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार अंतिम वर्ष की परीक्षाएं विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित की जानी अनिवार्य हैं।
अब तक, लगभग सभी केंद्रीय और राज्य विश्वविद्यालयों ने कोरोनावायरस के प्रकोप के कारण परीक्षाओं को रद्द कर दिया था।
सूत्रों का कहना है, “विश्वविद्यालयों में परीक्षा आयोजित करने के लिए ग्रीन सिग्नल अनलॉक 2 का हिस्सा है। कोरोनोवायरस के बढ़ते मामलों के बीच कई राज्य और केंद्रीय विश्वविद्यालय टर्म-एंड परीक्षाओं के संचालन के दिशानिर्देशों की प्रतीक्षा कर रहे थे।”
यूजीसी ने विश्वविद्यालय परीक्षाओं से संबंधित अपने पहले के दिशानिर्देशों पर फिर से विचार किया है।
परामर्श के बाद छात्रों की सुरक्षा, कैरियर की प्रगति और प्लेसमेंट और उनके बड़े हितों के मद्देनजर @HMOIndia तथा @MoHFW_INDIA, यह निर्णय लिया गया है कि pic.twitter.com/evKTYPwnIa– डॉ। रमेश पोखरियाल निशंक (@DrRPNishank) 6 जुलाई, 2020
विश्वविद्यालयों ने २०२० की विश्वविद्यालय परीक्षा रद्द करने के आदेश जारी किए
तेलंगाना, राजस्थान, पंजाब, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र सहित कई राज्य सरकारों ने इस साल विश्वविद्यालय की परीक्षा आयोजित न करने के आदेश जारी किए हैं। हालांकि, सभी संस्थान यूजीसी द्वारा अंतिम आदेश पारित किए जाने का इंतजार कर रहे थे।